waiz4u Shayari: Hriday Mera Bhakar Shukla Shayari expr:class='"loading" + data:blog.mobileClass'>
Powered By Blogger

Tuesday, January 11, 2022

Hriday Mera Bhakar Shukla Shayari

 

 


Bhaskar shukla,shayari,urdu shayari,urdu ghazal,ghazal,hindi ghazal,hindi shayari,hridaya,shaher

 



ह्रदय मेरा जो कृन्दन कर रहा था
तेरी यादों को वंदन कर रहा था

समीप होना तेरा घनघोर वन के
सभी वृक्षों को चंदन कर रहा था

तुम्हारे शहर से गुज़री थी गाड़ी
उतरने का बहुत मन कर रहा था

नदी तट पर तुम्हारी याद आई
कोई दीपक विसर्जन कर रहा था

~ भास्कर शुक्ला

No comments:

Post a Comment