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Ab agar aao to jaane ke liye math aana





Ab agar aao to jaane ke liy mat aana




     अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना,
सिर्फ एहसान जताने के लिए मत आना,

मैंने पलकों पे तमन्नाएं सजा रखी हैं,
दिल में उम्मीद की  सौ शम्में जला रखी हैं,
ये हसीं शम्में बुझाने के लिए मत आना,


प्यार की आग में जंजीरें पिघल सकती हैं,
चाहने वालों की तकदीरें बदल सकती हैं,
तुम हो बेबस ये बताने के लिए मत आना,


अब तुम आना जो तुम्हे मुझसे मोहब्बत है कोई,
मुझसे मिलने की अगर तुमको भी चाहत है कोई,

तुम कोई रस्म निभाने के लिए मत आना...





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